वर्षा गीत
रिमझिम पड़ें
फुहार ,
हमारे
आंगन में |
मन की
कलियाँ खिल मुस्कायें ,
डाली
झूम झूम झुक जाएँ ,
आई लौट बहार ,
हमारे आंगन में |
नई उमंगें
पेंग बढाएं ,
सपनों के नभ को छू आयें ,
गाये पिकी मल्हार ,
हमारे आंगन में |
सांसें
विकल कजरिया गायें ,
सुधियाँ
पथ में पलक बिछाएं ,
मुतियन वन्दन वार ,
हमारे आंगन में |