गीत
तब मैं गीत लिखा करता हूँ |
सीमाओं से बढ़ जाती है |
आंसू की अविरल बरखा भी ,
उसे न जब कम कर पाती है |
तब मैं लेखनी की वंशी
पर
मेघ मल्हार छेड़ा करता
हूँ |
जब भी कोई फाँस ह्रदय में
गहरी चुभन छोड़ जाती है |
मन के सरल सुकोमल तन से ,
सहन नहीं कुछ हो पाती है |
तब मैं शब्दों के मरहम
से ,
मन के घाव भरा करता हूँ
|
जब सुधियों की भीड़ द्वार पर
,
पागल हो दस्तक देती है |
कोमल मधुरिम सपनों वाली ,
नींद नयन से हर लेती है |
तब मैं भावुकता के सुरभित
-
उपवन में विचरा करता हूँ
|
भावपूर्ण अभिव्यक्ति.. अति सुन्दर सृजन सर !
जवाब देंहटाएंमीना जी बहुत बहुत आभार
हटाएंपंत ने सही कहा था -
जवाब देंहटाएं'....आह से उपजा होगा गान,
उमड़ कर आँखों से चुपचाप, बही होगी कविता अनजान।'
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंसुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए आपको बधाई और शुभकामनाएं। सादर।
जवाब देंहटाएंवीरेन्द्र जी बहुत बहुत आभार
हटाएंसुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए आपको बधाई और शुभकामनाएं। सादर।
जवाब देंहटाएंवीरेन्द्र जी बहुत बहुत धन्यवाद
हटाएंआंसू की अविरल बरखा भी,
जवाब देंहटाएंउसे न जब कम कर पाती है |
तब मैं लेखनी की वंशी पर
मेघ मल्हार छेड़ा करता हूँ|
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
ज्योति जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
बधाई
बहुत बहुत धन्यवाद आभार ज्योति खरे जी
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण,सुन्दर रचना।
बधाई।
सधु जी बहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंमनोज जी बहुत बहुत आभार , धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंमन के दर्द ... उमड़ते भाव ...
जवाब देंहटाएंकई बार खुद ही लिखवा ले जाते हैं गीत ...
भावपूर्ण रचना है ...
नासवा जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार |
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंसरिता जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंसुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति माननीय।
जवाब देंहटाएंसादर नमन।
सधु जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंतब मैं गीत लिखा करता हूं..
जवाब देंहटाएंहद से ज्यादा दुनियादारी बढ़ जाती है जब
संबंध दुनिया से तोड़कर खुद को सुना करता हूं..
बहुत सुंदर भाव..
सादर प्रणाम
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंविलम्ब से आगमन हेतु क्षमाप्रार्थी हूँ आलोक जी । मैं स्वयं कवि नहीं किंतु इस गीत के प्रत्येक शब्द से एक जुड़ाव अनुभव कर रहा हूँ ।
जवाब देंहटाएंजितेन्द्र जी बहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंरोमांचित करती भावपूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
अरविद जी बहुत बहुत आभार धन्यवाद
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